छोटी त्रृटि के कारण डीजल अनुदान के आवेदन रद्द नहीं होंगे

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मंत्री, कृषि विभाग, बिहार श्री कुमार सर्वजीत द्वारा आज मीठापुर कृषि प्रक्षेत्र, पटना अवस्थित कृषि भवन के सभागार में विभागीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कृषि विभाग के सचिव डाॅ एन सरवण कुमार, विशेष सचिव  बिजय कुमार एवं रविन्द्र नाथ राय, कृषि निदेशक डाॅ आदित्य प्रकाश सहित विभागीय अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे। मंत्री, कृषि ने निदेश दिया कि छोटी-छोटी त्रृटि के कारण किसानों के डीजल अनुदान के आवेदन को रद्द नहीं किया जाये। जिन किसानों के आवेदन को डीजल वाऊचर पर हस्ताक्षर, पंजीकरण सं0 आदि नहीं होने के कारण रद्द किया गया है, उनपर पुनः विचार हेतु डीबीटी पोर्टल पर व्यवस्था की जाये। साथ ही, इसका वृहत प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्होंने कहा कि दलहनी फसलों के गुणवतायुक्त बीज की अनुपलब्धता, घोड़परास की समस्या, कीट-व्याधि का प्रकोप, सिंचाई की सुविधा बढ़ने से दलहनी फसल को छोड़कर किसान धान-गेहूँ फसल चक्र अपनाना एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मूल्य के उतार-चढ़ाव के कारण दलहनी फसलों का आच्छादन स्थिर हो गया है। माननीय मंत्री ने निदेश दिया कि दलहनी फसलो के क्षेत्र विस्तार के लिए विशेष रणनीति तैयार किया जाये। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा बिहार राज्य को उर्वरकों के आंवटन तथा आपूर्ति पर विशेष ध्यान दिया जाये, ताकि किसानों को कोई समस्या न हो। नेपाल से सटे सीमावर्ती जिलों में उर्वरकों पर विशेष निगरानी रखी जाये। इसके लिए मुख्यालय स्तर से टीम बनाकर निरन्तर जाँच किया जाये। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा हेल्पलाईन पर किये गये शिकायतों कीे त्वरित जाँच करायी जाये।बीज की समीक्षा में मंत्री ने निदेश दिया की बीज की होम डिलेवरी को जारी रखा जाये। इसके साथ ही पंचायत भवन तक बीज वितरण की व्यवस्था की जाये। बिहार राज्य बीज निगम आवश्यकता के अनुसार अपना बीज उत्पादित करने के लिए रणनीति बनाये। अभी बिहार राज्य बीज निगम अपना बीज के साथ-साथ अन्य राष्ट्रीय बीज एजेंसियों के बीज खरीद कर किसानों को उपलब्ध करा रहा है। कृषि विभाग के सभी योजनाओं का प्रखण्ड मुख्यालय के साथ-साथ राज्य मार्गों पर स्थित पेट्रोल पंपो पर भी होर्डिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाये। किसान सम्मान निधि योजना में किसानों के लंबित आवेदनों का निष्पादन शीघ्र किया जाये। सामाजिक अंकेक्षण के उपरांत 76 हजार किसानों के किसान सम्मान निधि योजना के आवेदनों को भी शीघ्र निष्पादित किया जाय। उन्होंने कहा कि कृषि यांत्रीकरण योजना के प्रचार-प्रसार रेडियो जिंगल विज्ञापन के माध्यम से लगातार किया जाये। नवम्बर माह में सभी जिलों में यांत्रीकरण मेला का आयोजन किया जाये। यंत्र विक्रेताओं का आॅनलाईन स्टाॅक की व्यवस्था एक अच्छी पहल है। साथ ही, यंत्रों की आपूर्ति के समय यंत्र पर किसानों का पंजीकरण सं0 एवं आपूर्ति वर्ष एगमार्क एक अच्छी पहल है। बाहर के यंत्र निर्माता कम्पनियों को बिहार में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाये।

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