प्रेस विज्ञप्ति
राष्ट्रीय सम्मेलन तिरुपति में भाग लेंगे बिहार के गन्ना उत्पादक किसान ।
अखिल भारतीय गन्ना उत्पादक किसान समन्वय समिति का राष्ट्रीय सम्मेलन 20 एवं 21 दिसम्बर को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में होने जा रहा है ।इसमें बिहार से पश्चिम चम्पारण ,पूर्बी चम्पारण ,गोपालगंज ,सारण, सीतामढ़ी ,समस्तीपुर, मधुबनी जिले के ईंख उत्पादक प्रतिनिधि भाग लेंगे ।
केन्द्र सरकार ईंख उत्पादकों को कोई लाभ देना नहीं चाहती है ।उल्टे चीनी मिल मालिकों को भारी लाभ दे रही है ।पिछले साल मोदी सरकार ने चीनी मिल मालिकों को 12 हजार करोड़ रूपये बिना ब्याज का किसानों के बकाये पैसे के भुगतान के लिये दिया ।इतना ही नहीं तीन हजार तीन सौ करोड़ रूपये बिना ब्याज का चीनी का निर्यात करने के लिये चीनी मिल मालिकों को दिया गया और रोज रोज पाकिस्तान को गाली देने वाली मोदी सरकार 6 लाख टन चीनी पाकिस्तान से आयात किया । लेकिन किसानों को कुछ भी नहीं दिया गया ।
बिहार की सरकार किसानों को एक पैसा भी समर्थन मूल्य नहीं दिया ।हाँ बिहार के चीनी मिल मालिकों को 10 रुपये समर्थन मूल्य जरुर दिया ।यह बिहार सरकार के किसान विरोधी नीतियों को स्पष्ट रुप में उजागर करता है ।जबकि चीनी मिलों द्वारा ईंख की तौल में भारी घटतौली किया जा रहा है ।छोटे किसानों को गन्ना मिलों तक पहुंचाने के लिये बहुत देर से पर्ची निर्गत किया जा रहा है ।1966 सुगर केन एक्ट के अनुसार गन्ना गिरने के 14 दिनों के अन्दर भुगतान नहीं होने पर चीनी मिलों को ब्याज सहीत भुगतान देना है । बन्द चीनी मिल सासामुसा को अविलम्ब चालू करने के सवालों पर पिछले सत्र में बिहार सरकार के गन्ना मंत्री से दो दो बार ईंख उत्पादक संघ के महासचिव प्रभुराज नारायण राव ,बिहार राज्य किसान सभा के अध्यक्ष ललन चौधरी के नेतृत्व में 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल मिल कर स्मारपत्र दिया ।काफी संघर्ष के बाद सासामुसा चीनी मिल खुलवाने में सफलता मिली ।लेकिन अन्य मांगों पर बिहार सरकार चीनी मिलों के पक्ष में खड़ी नजर आयी ।
श्री राव ने बताया कि गन्ना का दाम 4 सौ रुपये प्रति क्विंटल करने ,चीनी मिलों द्वारा बकाये पैसे का ब्याज सहित भुगतान करने ,चीनी मिलों द्वारा घटतौली करके किसानों के लूट को बंद करने ,1966 सुगर केन एक्ट को लागू करने,गन्ना से चीनी के अलावे अन्य उत्पादित सामानों जैसे–मुलासेस ,बगास का आधी हिस्सा किसानों को देने आदि सवालों पर तिरुपति में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में विचार किया जायेगा ।सम्मेलन में लिये गये फैसलों के आलोक में 2019 – 20 पेराई सत्र में निर्णायक संघर्ष छेड़ा जायेगा ।
प्रभुराज नारायण राव
महासचिव
बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ
राष्ट्रीय सम्मेलन तिरुपति में भाग लेंगे बिहार के गन्ना उत्पादक किसान
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