मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अश्वारोही सैन्य पुलिस, आरा के शताब्दी समारोह का गुब्बारा उड़ाकर शुभारम्भ किया। एम0एम0पी0 (माउंटेड मिलिट्री पुलिस) मैदान में आयोजित शताब्दी समारोह में अश्वारोही सैन्य पुलिस की गौरवशाली उपलब्धियों से संबंधित चित्र प्रदर्शनी का रिबन काटकर उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने इसका अवलोकन भी किया। एम0एम0पी0 मैदान परिसर में मुख्यमंत्री ने पौधारोपण करने के बाद मेटल के बने अश्वारोही सैन्य पुलिस की प्रतिमा का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री ने अश्वारोही सैन्य पुलिस परेड की सलामी लेने के बाद परेड का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री के समक्ष घुड़सवार दस्ते द्वारा हॉर्स शो जम्पिंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर पदक प्राप्त अश्वारोही सैन्य पुलिस पदाधिकारियों/पुलिसकर्मियों एवं सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारियों/पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया। शताब्दी समारोह में मुख्यमंत्री ने स्मारिका का विमोचन किया। कार्यक्रम के अंत मे पुलिस महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अश्वारोही सैन्य पुलिस के शताब्दी समारोह में शामिल होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। सौ साल पहले 1919 के अक्टूबर माह में अश्वारोही सैन्य पुलिस का गठन हुआ था। कानून व्यवस्था को बनाये रखने में अश्वारोही सैन्य पुलिस की बहुत बड़ी भूमिका रही है। 30 साल पहले जब मैं पहली बार सांसद बना था तो हमारे संसदीय क्षेत्र के टाल के इलाके में अश्वारोही सैन्य पुलिस की लोग बहुत मांग करते थे। उसी समय से हम अश्वारोही सैन्य पुलिस के बारे में जानने लगे। अश्वारोही दस्ते द्वारा आज जो प्रदर्शन किया गया, वह काफी उत्तम रहा, इसके लिए मैं आप सबको बधाई देता हूँ। पटना के गांधी मैदान में जब प्रथम गणतंत्र दिवस समारोह हुआ तो इसी बल ने परेड में हिस्सा लिया था और 1950 में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपने बिहार आगमन पर इस बल को पुरस्कृत किया था। वहीं 1951 में नेपाल के जयनगर में हुए उपद्रव को शांत कराने के लिए भी इस अश्वारोही सैन्य पुलिस को सम्मानित किया गया। वर्ष 2017 में पटना में जब 36वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ तो आरा के अश्वारोही सैन्य पुलिस ने चैथा स्थान हासिल किया था। आज के बदलते परिवेश में नई तकनीक और नए-नए यंत्रों की अलग-अलग भूमिका है लेकिन मेरी तो अपनी समझ है कि कानून व्यवस्था को बनाये रखने में अश्वारोही सैन्य पुलिस की भूमिका सदैव अहम रहेगी। हम तो यही कहेंगे कि अश्वारोही सैन्य पुलिस को निरंतर कायम रखते हुए आवश्यकतानुसार इनकी संख्या में वृद्धि करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था और अपराध की हम लगातार समीक्षा करते रहते हैं। आप नयी तकनीक का सहारा लेते हुए आपराधिक घटनाओं का अनुसंधान या जांच पड़ताल करें लेकिन इसके साथ ही जो पुराने तौर तरीके हैं उसे भी कायम रखिये। आबादी बढ़ने के साथ ही कई प्रकार की समस्यायें उत्पन्न हो रही हंै। कुछ ही गिने-चुने लोग हैं जो अपराध करते हैं। हमारे सुझाव के बाद सभी 40 पुलिस जिलों के थानों द्वारा उनके इलाके में होने वाली तरह-तरह की आपराधिक घटनाओं को चिन्हित किया गया है। अब उन इलाकों में पुलिसकर्मियों को मुश्तैदी से अपना काम करना है। 2007 में हमने नया पुलिस एक्ट बनाकर कानून व्यवस्था और आपराधिक अनुसंधान के काम को दो भागों में बांटकर पुलिसकर्मियों को जिम्मेदारी सौंप दी है। इस साल से बिहार के 90 से 95 प्रतिशत थानों में यह व्यवस्था लागू कर दी गयी है। इससे अनुसंधान के काम मे तेजी आएगी साथ ही लॉ एंड ऑर्डर भी बेहतर होगा। पहले शराब पीकर गाड़ी चलाने से सड़क दुर्घटनाएं हुआ करती थीं लेकिन शराबबंदी लागू होने के बाद ऐसी घटनाओं में कमी आयी है। इन दिनों वाहन चालकों के झपकी लेने और ओवरटेक करने के चक्कर में सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिसके बाद हंगामा मचने से लॉ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके लिए लोगों में अवेयरनेस लाना होगा। इस दिशा में परिवहन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और पथ निर्माण विभाग को मिलकर काम करना होगा। दुर्घटनायें नहीं होनी चाहिए और अगर ऐसा हो भी जाता है तो इसमें हंगामा मचाने का कोई मतलब नहीं है। गलती करने वालों पर हर हाल में कार्रवाई होनी चाहिये। घुड़सवार दस्ते के द्वारा आज यहां जो प्रदर्शन किया गया है उसे लोगों के बीच भी समय-समय पर करवाया जाना चाहिए ताकि इसे देखकर लोगों में जागृति आये। वाहन चलाने वालों की प्राॅपर ट्रेनिंग हुयी है या नहीं, उसे भी देखने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरा तो ऐतिहासिक जगह है। यह बाबू वीर कुंवर सिंह की धरती है। अश्वारोही सैन्य पुलिस ने आज प्रदर्शन कर बाबू वीर कुंवर सिंह और महाराणा प्रताप की याद दिला दी। आज कल लोग सोचते हैं कि सभी समस्याओं का समाधान मोबाइल में है लेकिन अनुसंधान के लिए मौलिक चीजों की हमेशा जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा कि शताब्दी समारोह के अवसर पर मैं आप सभी लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ। हम तो कहेंगे कि आज जिस प्रकार से डेमोंस्ट्रेशन किया गया इस प्रकार का डेमोंस्ट्रेशन बिहार के विभिन्न जगहों पर जरुर करवाइए। इन चीजों को बरकरार रखते हुए इसे विस्तार दीजिये। इसके लिए जितनी धन राशि की जरूरत पड़ेगी, उसे राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी। इसके लिए आप सबो को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। जनता के प्रति आपकी जो जिम्मेवारी है उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाइए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के लिए हमने जो काम किया है, वह सर्वविदित है। इस प्रकार से भी पुलिस थाने बनेंगे कोई कल्पना भी नही करता था। महिलाओं के लिए पुलिस में हमने 35 प्रतिशत का आरक्षण लागू किया जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस जितना किसी भी राज्य के पुलिस बल में महिलाओं की संख्या नहीं है। हर थाने में महिला पुलिस के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था की गई है। पटना के नेहरू पथ में पुलिस मुख्यालय के रूप में सरदार पटेल भवन का निर्माण कराया गया है, जो रिक्टर स्केल पर 9 की तीव्रता वाली भूकंप को भी सहने की क्षमता रखता है। राजगीर एक ऐतिहासिक जगह है जहाँ पुलिस पदाधिकारियों के साथ-साथ चार हजार पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण प्राप्त करने की व्यवस्था वाली पुलिस एकेडमी का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा पुलिस बल की संख्या में भी वृद्धि की गई है। आपके लिए जब हमने इतना कुछ किया है तो हम भी चाहते हैं कि आप अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए आमलोगों को सुरक्षा प्रदान करें। इससे आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। सिर्फ हम जैसे लोगों को ही सुरक्षा प्रदान करना आपका काम नहीं है। आज कल आपसी विवाद और दूसरे प्रकार के झगड़ों में कमी आयी है लेकिन एनालिसिस में यह बातें सामने आई हैं कि हत्या की अधिकांश घटनाये संपत्ति विवाद और आपसी झगड़ों के कारण ही घटित हो रही हैं इसलिए पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ आप अपनी भूमिका का निर्वहन करें। हमने महसूस किया है कि बदलती परिस्थितियों में भी अश्वारोही सैन्य पुलिस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है और वह सदैव रहेगी।
समारोह को अपर मुख्य सचिव गृह श्री आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय, डीजी बिहार सैन्य पुलिस शएसके सिंघल ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री सुनील कुमार, बिहार पुलिस प्रशिक्षण के डीजी आलोक राज, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, जिलाधिकारी श्री रौशन कुमार कुशवाहा, पुलिस अधीक्षक श्री सुशील कुमार सहित अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारीगण एवं पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
अश्वारोही सैन्य पुलिस बल आज भी सार्थक-मुख्यमंत्री
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