दानापुर, सीताराम केसरी और कांग्रेस

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कांग्रेस नेता सीताराम केसरी अब हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी याद आज भी जिंदा है। दानापुर में आज उनके परिवार के लोग रहते हैं। श्री केसरी जिंदा होते 100 साल के होते ।केसरी 13 वर्ष की आयु में ही राजनीतिक रूप से सक्रिय हो गये थे और भारत के भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलनों में भाग लेने लगे थे। केसरी को 1930 से 1942 तक उनके राजनैतिक कार्यों के लिए कई बार गिरफ्तार किया गया। उन्हें वर्ष 1973 बिहार कांग्रेस समिति का अध्यक्ष और 1980 में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति द्वारा कोषाध्यक्ष चुना गया। केसरी को वर्ष 1967 में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में कटिहार लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुना गया। उन्होंने जुलाई 1971 से अप्रैल 2000 तक 5 बार राज्यसभा में बिहार का नेतृत्व किया गया जिसमें वो अप्रैल 1974 जुलाई 1980 अप्रैल 1988 और अप्रैल 1994 में पुनः चुने गये। वो इंदिरा गांधीए राजीव गांधी और पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव के प्रधानमंत्री कार्यकाल में केन्द्रीय मंत्री रहे। केसरी एक दशक से भी अधिक समय तक कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे हैं। इसके अतिरिक्त वो 3 जनवरी 1997 को सर्वसमत्ति से कांग्रेस अध्यक्ष चुने गये। पी॰वी॰ नरसिम्हा राव के सितम्बर 1996 को कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने पर केसरी पार्टी के अध्यक्ष चुने गये।

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