इंसान जब ठान ले तो कुछ भी असंभव नहीं , उनकी लगन और समाज के प्रति कुछ कर गुजरने की तमन्ना उन्हें उस ऊंचाई पर पहुचा सकती है जिसकी कल्पना हर कोई कर ही नहीं सकता । कुछ ऐसे ही थे सिंह साहब । उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के छोटे से गांव भरौली में जन्म लेने वाले राम निवास सिंह की सिंह साहब बनने की कहानी संघर्ष और उतार चढाव से भरी रही । जीवन पर्यंत दुसरो के लिए जीने वाले सिंह साहब अपने पीछे छोड़ गए है एक ऐसी विरासत जिसे प्रेरणा लेकर कोई भी तरक्की के पथ पर अग्रसर हो सकता है । उन्ही सिंह साहब की कहानी को पर्दे पर उतारने का वीडा उठाया निर्मात्री गीता सिंह , चंदा सिंह और नीतू सिंह ने और सिंह साहब के किरदार को पर्दे पर जीवंत करने के लिए चुना भोजपुरी फ़िल्म जगत के दमदार अभिनेता देव सिंह को जिन्होंने अपनी भाव भंगिमा और अभिनय से सिंह साहब द राइजिंग में अपने किरदार को जीवंत कर दिया है भरौली गांव में इन दिनों फ़िल्म की शूटिंग तीव्र गति से चल रही है । रामसखी रामनिवास फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बन रही इस फ़िल्म को निर्देशित कर रहे हैं अभिनेता से निर्देशक बने धीरज पंडित । फ़िल्म में सिंह साहब की ताकत यानी उनकी धर्मपत्नी की भूमिका में हैं अंजना सिंह । दोनों का लुक सोशल मीडिया पर इन दिनों काफी वायरल हो रहा है यही नहीं भरौली गांव के जिन जिन बुजुर्गों ने इन्हें देखा उन्हें सिंह साहब के जवानी के दिनों की याद ताजी हो गई । सिंह साहब द राइजिंग में सिंह साहब को आगे बढ़ाने में सहायक रहे उनके बड़े भाई की भूमिका में हैं अभिनय की पाठशाला कहे जाने वाले सुशील सिंह । फ़िल्म में अन्य अहम किरदार में हैं जे पी सिंह , वीणा पांडेय एवं रिंकू भारती । फ़िल्म निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे हैं फ़िल्म प्रचारक से निर्माता बने उदय भगत । सिंह साहब की कहानी को रिसर्च कर पर्दे पर लाने का कार्य किया है लेखक शुभम सिंह ने । फ़िल्म की पटकथा में शुभम सिंह का साथ दिया है निर्देशक धीरज पंडित ने जबकि संवाद लेखक है खुद धीरज पंडित । सिंह साहब द राइजिंग के गीतकार हैं मुसाफिर जौनपुरी और संगीतकार हैं अरविंद लाल यादव जबकि सह निर्माता हैं संजू सिंह ।
सिंह साहब- द राइजिंग : आम इंसान की कहानी
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