अरवल जिला के किसानों को सिंचाई का एक मात्र साधन सोन नहर है. लेकिन मुख्य नहर के आरपी चैनल सहित रजवाहों की स्थिति बेहद खराब है। जीर्ण शीर्ण होने के कारण चैनल के नजदीक वाले खेतों में इतना पानी भर जाता है कि खेत पूरा जलमग्न हो जाता है और जहां नीचे खेत तक पानी पहुंचाने के लिए लिंक करहा अथवा रजवाहे हैं उसके अंत तक पानी नहीं पहुंचता है.
अरवल के नहरों में नीचे तक पानी पहुंचे इसके लिए भाकपा माले पहले से भी आंदोलन करते रहा है और इसबार विधान सभा में जोरदार तरीके से नहरों की जीर्ण शीर्ण स्थिति के बारे में सवाल उठाए गए थे. हाल में 26 मई को मगध क्षेत्र के विधायकों और कृषि, सिचाई मंत्री, ग्रामीण कार्य मंत्री व कई विभाग के प्रधान सचिव की वर्चुअल बैठक हुई थी जिसमें भी इस इलाके के नहरों की स्थिति के बारे में अवगत कराया गया था. कल औरंगाबाद और खगौल डिविजन के मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग के साथ बात किया था. दोनों उच्च पदाधिकारियों के पहल पर सिंचाई विभाग के एसडीओ, कनीय अभियंता के साथ विधानसभा क्षेत्र के भाकपा माले विधायक कामरेड महानंद सिंह ने नहर में पानी छोड़ने के पहले टूटी फूटी नहर को तत्काल मरम्मत करने के लिए वलीदाद लॉक से प्रसादी इंग्लिश दस नंबर लॉक तक स्थल निरीक्षण किया. कई जगहों पर काफी टूटा होने के कारण नीचे तक तो पानी नहीं ही जाता है नजदीक के खेत जलमग्न रहता है जिसे तत्काल मरमती के निर्देश दिए।
वलीदाद के पास निकली शाखा नहर,खभैनी पैन,खोखरी पैन,अईआरा कैनाल, अहियापुर, कोरियम नाला सहित दर्जनों गांव के समीप टूटी फूटी नहर के निरीक्षण किए
इस मौके पर भाकपा माले नेता रवींद्र यादव,पूर्व मुखिया अर्जुन यादव, नगर परिषद अध्यक्ष टुन्ना सिंह, दुर्गेश सिंह,रामकुमार वर्मा, उग्रेस पटेल, लक्ष्मण सिंह सहित दर्जनों किसानों ने नहर से सिंचाई की समस्या से नहर विभाग के एसडीओ को अवगत कराया।
सिंचाई को लेकर भाकपा माले विधायक ने संबधित विभाग को दिये सुझाव
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