वाहन संचालकों मे भारी रोष,नये परिवहन कानून और मंदी का असर

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प्रदेश के वाहन संचालक वर्तमान परिवेश में यूनियन के सहारे अपने दुख दर्द को चाहे जितना बाँटने का प्रयास कर ले किंतु बाजार की मंदी से उबरना संभव नहीं दिखता है।मंदी आज बाजार को प्रभावित किया है,नतीजतन जरूरत की चीजों को छोड़ आज गीटी बालू की बिक्री ठप है ।ऐसे मे अंडरलोड ओवरलोड चलने की बात मन बहलाने से ज्यादा कुछ नहीं  है ।खास बात यह है कि वाहनो के अलग-अलग क्षमता वाली अनेक गाडिया अंडरलोड भी चलते रहे तो बाजार मे आर्थिक स्तर मे कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है क्योकि उपभोक्ता कम है ।ऐसे मे मंदी की मार वाहन संचालकों के सामने मुसीबत खडा कर दिया है ।हालाकि वाहन संचालक इस बात को लेकर अपने मन को दिलासा दे रहे है कि अंडरलोड चलने से उपभोक्ता की आवश्यकता की पूर्ति के लिए वाहनो की संख्या बढेगी लेकिन यह समस्या का समाधान नहीं है ।

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