रोजी-रोटी और राहत के सवाल को लेकर माले ने किया बीडीओ के समक्ष प्रदर्शन

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अरवल,कोरोना महामारी और लंबी अवधि का लॉकडाउन के चलते गांव के दलित, गरीब और मजदूर की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है. भूख और बेकारी हर जगह पसरी हुई है. नगदी का भारी संकट है, क्योंकि पांच- छह महीने से काम धंधा बंद है. राशन देने के मामले में सरकार की व्यवस्था और भ्रष्टतम स्थिति पर पहुंच गई है. भारी पैमाने पर अभी भी गरीब राशन कार्ड से वंचित हैं. ऐसी स्थिति में गरीबों के सामने भुखमरी का संकट पैदा हो गया है.
लॉकडाउन के कारण छह सात महीना से काम धंधा बंद होने के कारण लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है. वहीं उत्तर बिहार बाढ़ की चपेट में आने से संकट को और भी गहरा कर दिया है. ऐसी स्थिति में बाढ़ पीड़ितों को सरकार रामभरोसे छोड़ दी है. उन्हें 25000 कम से कम मुआवजा दिया जाना चाहिए था लेकिन सरकार उन लोगों के प्रति संवेदनात्मक व्यवहार करने के बजाए क्रूर व्यवहार ही कर रही है.
लॉक डाउन का अवसर में बदलने का काम सरकार करने पर आमादा है. इस लॉकडाउन के दौरान कई जन विरोधी नीतियों को थोपा जा रहा है. किसान के खिलाफ अध्यादेश जारी किए गये, वहीं नई शिक्षा नीति गरीब विरोधी तैयार किया गया. पूरे देश के छात्र जेईई , नीट का परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. सामान्य स्थिति में परीक्षा कराने की मांग देश के हर कोने से उठ रही हैं. लेकिन हठी सरकार सुनने को तैयार नहीं है. उपरोक्त बातें भगत सिंह चौक पर सभा को संबोधित करते हुए माले जिला सचिव महानंद ने कही.
आज 10 सूत्री मांग पत्र के साथ प्रदर्शन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम बीडियो को सौंपा गया. जिसमें प्रवासी मजदूरों को ₹10000 कोरोना लॉकडाउन भत्ता देने, स्वयं सहायता समूह – जीविका समूह सहित केसीसी अन्य छोटे लोन माफ किए जाने, सभी गरीबों – मजदूरों के लिए राशन और रोजगार का प्रबंध करने, मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम ₹500 दैनिक मजदूरी देने, दलित-गरीब विरोधी नई शिक्षा नीति 2020 वापस लिए जाने, बाढ़ पीड़ित परिवारों को 25000 रुपए मुआवजा देने, बचे हुए सभी गरीबों को राशन कार्ड देने संबंधित मांग प्रमुख रूप से थी.
आज भाकपा माले और अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा के नेतृत्व में अरवल जिला के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर धरना, प्रदर्शन का कार्यक्रम किया गया.
अरवल में माले कार्यालय से भगत सिंह चौक तक जुलूस गया जहां सभा में तब्दील हो गई. उसके बाद स्मार पत्र प्रखंड पदाधिकारी को सौंपा गया. अरवल में जिला सचिव महानंद, रविंद्र यादव, महेंद्र प्रसाद , रामकुमार वर्मा , नंदकिशोर , शोएब आलम, नगर परिषद कार्यकारी अध्यक्ष टुन्ना शर्मा, मनोज यादव, राज नारायण चौधरी, खभैणी पंचायत के मुखिया विजय पासवान, अजित कुमार समेत भारी संख्या में पुरुष- महिला कार्यक्रम में शामिल हुए.

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