जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज बिक्रम प्रखण्ड के विभिन्न कार्यालयों का शिड्यूल्ड इंस्पेक्शन किया गया। उन्होंने धान अधिप्राप्ति केन्द्र एवं राइस मिल का भी निरीक्षण किया। डीएम डाॅ. सिंह ने आम लोगों से फीडबैक प्राप्त किया तथा लोगों की समस्याओं को सुनकर ऑन द स्पॉट समाधान किया। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सामान्यतः कार्यालय-प्रबंधन की स्थिति संतोषजनक पायी गयी। छोटी-मोटी कमियों को दूर करने के लिए एक माह का समय दिया गया है। उसके बाद पुनः समीक्षा की जाएगी। प्रखंड विकास पदाधिकारी को वित्तीय नियमानुसार कम-से-कम संख्या में बैंक खाता का संधारण करने, अंचलाधिकारी को निर्धारित समय-सीमा में निष्पादित नहीं किए गए दाखिल-खारिज आवेदनों का तुरंत निष्पादन करने तथा अग्रिम राशि एवं असमायोजित अभिश्रवों का शीघ्र समायोजन करने का निदेश दिया गया। डीएम डाॅ. सिंह ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को धान अधिप्राप्ति कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया गया। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी, पालीगंज को विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी कार्यों तथा प्रखंड कार्यालयों की गतिविधियों का नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया। डीएम डाॅ. सिंह ने पदाधिकारियों को आम जनता के कार्यों के निष्पादन में तेजी लाने का निदेश दिया।
1. डीएम डॉ. सिंह द्वारा प्रखण्ड-सह-अंचल कार्यालय, बिक्रम का नियमित निरीक्षण किया गया। उन्होंने यहाँ स्थित लोक सेवा केंद्र, बाल विकास परियोजना कार्यालय, सहकारिता, कल्याण, मनरेगा सहित विभिन्न शाखाओं एवं कार्यालयों का निरीक्षण किया। पदाधिकारियों एवं कर्मियों की उपस्थिति की जांच की गयी। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस के आधार पर ही प्रखण्ड-स्तरीय कर्मियों की वेतन निकासी होगी।
2. प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, बिक्रम द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि बिक्रम प्रखण्ड के अंतर्गत कुल 16 पंचायत है। इन पंचायतों के विकास कार्यों का कार्यान्वयन इस प्रखण्ड द्वारा किया जा रहा है। प्रखण्ड की कुल जनसंख्या 1,68,343 है।
3. गौरतलब है कि पूर्व में तत्कालीन जिला पदाधिकारी, पटना श्री आर.एन. सिन्हा द्वारा दिनांक 16.03.1980 को बिक्रम प्रखण्ड कार्यालय का निरीक्षण किया गया था।
4. प्रखण्ड कार्यालय, बिक्रम के निरीक्षण के क्रम में डीएम ने विभिन्न सेक्शन के कार्यों का अवलोकन किया। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। डीएम डॉ. सिंह ने आरटीपीएस, स्थापना, अंकेक्षण, लेखा, नजारत, आपूर्ति, कल्याण, सेवापुस्त का संधारण, आकस्मिक अवकाश पंजी, अनुक्रमणिका पंजी, रोकड़ बही, लोक सूचना का अधिकार सहित विभिन्न पंजियों को देखा तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया।
5. बिक्रम प्रखंड में बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम के तहत उपभोक्ता संरक्षण अंतर्गत 3,155 राशन कार्ड स्वीकृत किया गया। सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 309 मामलों में 291 स्वीकृत हैं तथा 18 मामले समय-सीमा के अंदर लंबित हैं। डीएम डॉ. सिंह ने लंबित आवेदनों को भी समय सीमा के अंदर निष्पादित करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि आरटीपीएस के अंतर्गत समयपार (एक्सपायर्ड) आवेदनों की संख्या हर हाल में शून्य रहनी चाहिए। निर्धारित समय-सीमा के अंदर आम जनता को सेवा उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
6. मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना अंतर्गत स्वीकृत लाभुकों की संख्या 08 है।
7. बिक्रम प्रखण्ड अंतर्गत धान अधिप्रप्ति का कार्य तेजी से किया जा रहा है। डीएम डॉ. सिंह ने धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया में लक्ष्य के अनुरूप तेजी लाने तथा किसानों को ससमय भुगतान करने का निदेश दिया।
8. डीएम डॉ. सिंह ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना, मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना, बिहार राज्य निःशक्तता पेंशन योजना, लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, कबीर अंत्येष्टि योजना, बिहार शताब्दी कुष्ठ कल्याण योजना सहित सभी योजनाओं में प्राप्त आवेदनों को ससमय निष्पादित करने का निदेश दिया।
9. प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि लोहिया स्वच्छ बिहार अंतर्गत कार्य प्रगति पर है। डीएम डॉ. सिंह ने लक्ष्य के अनुरूप तत्परता से कार्य करने का निदेश दिया।
10. डीएम डॉ. सिंह ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को सभी कर्मचारियों एवं कार्यालय परिचारियों का सेवापुस्त अद्यतन सत्यापित करने का निदेश दिया। उन्होंने सेवापुस्त, अवकाश लेखा, कर्म पुस्त में मासिक लेखा एवं सेवा अभिलेख को नियमित रूप से अद्यतन करने का निदेश दिया।
11. समीक्षा के क्रम में पाया गया कि प्रखंड में अधिक संख्या में बैंक खातों का संधारण किया जा रहा है। प्रखण्ड का विभिन्न बैंकों में 16 खाता है। डीएम डाॅ. सिंह द्वारा इसपर खेद व्यक्त किया गया एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को वित्तीय नियमानुसार कम-से-कम संख्या में बैंक खाता का संधारण करने तथा अनावश्यक बैंक खातों को शीघ्र बंद करने का निदेश दिया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि 10 बैंक खातों को बंद करने के लिए कार्रवाई की गई है। निदेशानुसार शीघ्र ही अन्य अनावश्यक खातों को बंद कर दिया जाएगा।
12. डीएम डॉ. सिंह ने पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्वीकृत बल के विरूद्ध रिक्ति के आलोक में पत्राचार करने का निदेश दिया।
13. डीएम डॉ. सिंह द्वारा अंचल कार्यालय, बिक्रम का निरीक्षण किया गया। उन्होंने दाखिल खारिज, परिमार्जन, अतिक्रमणवाद, मापीवाद, भूमि विवाद निराकरण हेतु साप्ताहिक बैठक का आयोजन सहित विभिन्न बिन्दु पर समीक्षा की। अंचलाधिकारी द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि अंचल अंतर्गत कुल 17 हल्का एवं 74 राजस्व ग्राम है जिसमें एक बेचिरागी है।
14. डीएम डॉ. सिंह द्वारा नापीवाद एवं अतिक्रमण वाद के सबसे पुराने मामलों की समीक्षा की गयी एवं अभिलेखों का अवलोकन किया गया।
15. दाखिल-खारिज अंतर्गत प्राप्त कुल 20,081 आवेदनों में से 18,588 आवेदनों को निष्पादित कर दिया गया है। 1,493 आवेदन निष्पादन हेतु लंबित है। परिमार्जन के 5,841 प्राप्त आवेदनों में 5,811 को निष्पादित कर दिया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने प्रक्रियाधीन आवेदनों को निर्धारित समय-सीमा के अंदर निष्पादित करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि विभाग के निदेशों के अनुसार 75 दिन से अधिक कोई मामला लंबित नहीं रहना चाहिए। समीक्षा में पाया गया कि अंचल में 75 दिन से अधिक दाखिल-खारिज के 168 मामले लंबित हैं। डीएम डॉ. सिंह ने इसपर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी पुराने मामलों को शीघ्र निष्पादित करने एवं भविष्य में प्राप्त आवेदनों का ससमय निष्पादन करने का निदेश दिया।
16. डीएम डाॅ. सिंह ने समीक्षा के क्रम में पाया कि अंचल लिपिक श्री राजकिशोर द्वारा नापीवाद एवं अतिक्रमणवाद मामलों के निष्पादन में अच्छा कार्य किया जा रहा है। नापीवाद के 44 में से 40 मामलों को निष्पादित किया गया है। अतिक्रमणवाद मामलों का निष्पादन भी ससमय एवं गुणवत्तापूर्ण है। उन्होंने कहा कि अंचल लिपिक श्री राजकिशोर का कार्य प्रशंसनीय है। उन्होंने भविष्य में भी इसे बरकरार रखने एवं अन्य कर्मियों को भी इसी अनुसार प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
17. समीक्षा के क्रम में पाया गया कि अंचल नजारत में काफी बड़ी संख्या में अग्रिम राशि एवं असमायोजित अभिश्रव है। डीएम डाॅ. सिंह ने अंचल अधिकारी को विशेष प्रयास कर इसका शीघ्र समायोजन करने का निदेश दिया।
18. डीएम ने प्रखंड-सह -अंचल कार्यालय में आम लोगों से बात कर फीडबैक प्राप्त किया।
19. डीएम डॉ. सिंह द्वारा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, बिक्रम के कार्यालय का निरीक्षण किया गया एवं महिलाओं तथा बच्चों के कल्याण हेतु संचालित योजनाओं में प्रगति की समीक्षा की गई। परियोजना अंतर्गत कुल 231 आंगनबाड़ी केन्द्र है। परवरिश योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, गोद भराई कार्यक्रम, अन्नप्रासन कार्यक्रम तथा टीएचआर दिवस का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है।
20. डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रखण्ड स्तरीय कार्यालयों में सामान्यतः कार्यालय-प्रबंधन की स्थिति अच्छी पाई गई। उन्होंने आम लोगों के कार्यों के निष्पादन में तेजी लाने का निदेश दिया।
21. जिलाधिकारी द्वारा बिक्रम प्रखंड में दतियाना पैक्स एवं राईस मिल का निरीक्षण किया गया। उन्होंने लक्ष्य के अनुरूप धान अधिप्राप्ति में तेजी लाने तथा किसानों को त्वरित गति से भुगतान करने का निदेश दिया। विदित हो कि डीएम डॉ. सिंह द्वारा नियमित तौर पर जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड-स्तरीय कार्यालयों- अनुमंडलों, कोषागारों, प्रखंडों तथा पंचायतों- का निरीक्षण तथा कार्यों का अनुश्रवण किया जाता है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें।