कहा, जातिगत जनगणना को मुद्दा बनाकर इस मामले को दबाया जा रहा
विश्वैसरैया भवन में आग लगने की घटना पर भी खड़े किये सवाल
पटना। जनअधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पु यादव ने सरकार से बीपीएससी पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। शनिवार को पटना के मंदिरी स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर उन्होंने जातिगत जनगणना, बीपीएससी पेपर लीक मामला और विश्वैसरैया भवन में आग लगने की घटनाओं पर सवाल खड़े किये।
श्री राजेश रंजन ने कहा कि जातिगत जनगणना अभी कोई मुद्दा नहीं है इसके बावजूद इसे इवेंट बनाया जा रहा है। दूसरी तरफ बीपीसीएसी पेपर लीक मामले को इसके जरिए दबाने का प्रयास किया जा रहा है। पप्पू यादव ने कहा कि लालू यादव जी हमेशा किंग मेकर की भूमिका में रहे, 15 सालों तक लालू यादव की सरकार बिहार में थी तो उन्होंने जाति जनगणना क्यों नही कराई. नीतीश कुमार ने जब बोल दिया है कि वो जाति जनगणना कराएंगे तो फिर तेजस्वी यादव जनता को गुमराह करने के लिए पैदल मार्च और मुख्यमंत्री से मिले का बहाना क्यों करते हैं. उन्होंने तेजस्वी से कहा कि वो जातीय जनगणना के लिए बिहार वासियों को गुमराह कर रहे हैं,अगर वो सच में चाहते हैं कि जातीय जनगणना के आधार पर आरक्षण मिले तो सबसे पहले वो अपने पार्टी में अत्यधिक संख्या में पिछड़ा और अतिपिछड़ा समाज से आने वाले लोगो को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करे. श्री पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि कोचिंग माफिया और अधिकारियों की मिलीभगत से बिहार के युवाओं का करियर बर्बाद हो रहा है। बिहार के नौजवानों के अंदर गुस्सा है। सरकारी पदों पर बहाली के लिए करोड़ों रुपए की बोली लगाई जाती है। समाज के अत्यंत पिछड़े, दलित, कमजोर अल्पसंख्यक और गरीब तबके के बच्चे जीनियस होते हुए भी बिना पैसे के नौकरी में नहीं जा सकते, तो क्या यह सबसे बड़ा मुद्दा नहीं है। इस मुद्दे को सरकार और विपक्ष दबाने की कोशिश कर रहा है। क्योंकि इसमें दोनों की मिलीभगत है। इसलिए हम चाहते हैं कि हाईकोर्ट की देखरेख में सीबीआई से इस मामले की जांच करायी जाय। उन्होंने विश्वैसरैया भवन में आग लगने की घटना पर भी सवाल खड़ा किया। कहा कि आग लगना संभव है लेकिन तीन दिन तक आग का नहीं बुझ पाना सवाल खड़ा करता है। बिहार में ही क्यों बार-बार सरकारी भवनों में आग लगती है। प्रेस वार्ता में जाप राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचन्द सिंह मौजूद थे.