अरवल 05दिसंबर
किसान विरोधी तीनों कृषि कानून वापस लेने,न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की सरकारी खरीद की गारंटी करने,प्रस्तावित बिजली बिल 2020 वापस लेने और सरकार किसानों से वार्ता का दिखावा बंद करें, इसी माँग को लेकर भाकपा माले, अखिल भारतीय किसान महासभा और खेग्रामस के बैनर तले भगतसिंह चौक जाम को से समीप भाकपा माले के राज्यव्यापी आह्वान पर चक्का जाम किया गया .चक्का जाम का नेतृत्व भाकपा माले ज़िला रविन्द्र यादव ने किया।
चक्का जाम स्थल पर सम्बोधित करते हुए रविन्द्र यादव ने कहा कि केंद्र की सरकार कॉरपोरेट जगत को खुश रखने के चक्कर में किसानों का सबसे बड़ा दुश्मन बन बैठे हैं। मोदी सरकार खेती सहित तमाम सरकारी संपत्तियों को निजी कंपनियों को सौपने की तैयारी कर ली है । सरकार किसानों के साथ वार्ता का ढोंग बंद करें और तत्काल तीनों कृषि बिल वापस ले.उन्होंने कहा कि इस बीच बिहार में किसानों के धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं हो रही है जिसके चलते किसान ओने-पोने दाम में बिचौलियों के हाथों में बेचने को मजबूर हैं।रवि फसल के लिए गुणवत्ता पूर्ण खाद बीज-कीटनाशक दवाओं के आपूर्ति भी समुचित मात्रा में नहीं होने के कारण किसान बिचौलियों के हाथों लुटे जा रहे हैं।चक्का जाम में नंद किशोर कुमार, विजय यादव ,महेंद्र प्रसाद, सिद्नाथ यादव, शिवनाथ वर्मा ,एवं भाकपा माले के सेकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे
किसान विरोधी 3कृषि कानून वापस ले सरकार:-भाकपा माले
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