आज गोवा के पणजी स्थित जिमखाना में उद्योग विभाग, बिहार सरकार के उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना द्वारा हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट एवं खादी के तीन दिवसीय एक्जीबिशन “बिहार पवेलियन” का उद्घाटन बिहार के उद्योग मंत्री श्री श्याम रजक नें किया।
इसमें भगलपुरी सिल्क, सिक्की शिल्प, मंजूषा कला, टिकुलि कला, मधुबनी पेंटिंग, टेराकोटा शिल्प तथा बिहार खड़ी के विभिन्न डिजाइन को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही ये सभी चीजें बेची जा रही हैं।
उद्घाटन के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए श्याम रजक ने कहा की बिहार के हस्तशिल्प काफी जीवंत, भव्य एवं आकर्षक हैं। पर बिहार से बाहर काम ही लोग इसे जानते हैं। ऐसे में इस प्रदर्शनी के आयोजन से मधुबनी पेंटिंग्स के साथ ही बिहार के अन्य क्राफ्ट की भी देश -विदेश में पहचान और मांग बढ़ेगी।
श्री रजक नें बताया कि पटना में सबसे बड़ा खादी मॉल का निर्माण कराया गया है। इसके तर्ज पर अन्य जिलों में हैंडलूम हाट भी बनाया जाएगा। साथ ही दिल्ली में हस्तशिल्प एवं खादी की खरीद बिक्री हेतु अम्बपाली बिहार इम्पोरियम का निर्माण कराया गया है। ताकि बिहार की खादी व हस्तशिल्प को बढ़ाबा दिया जा सके। उन्होनें बताया कि बिहार में कृषि आधारित उद्योग, खादी, हस्तशिल्प, हस्तकला के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन संभव है।
इसके अलावा उद्योग मंत्री नें बिहार फाउंडेशन के गोवा कैप्टर का भी उद्घटान किया। बिहार फ़ाउन्डेशन के कार्यो की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि फ़ाउन्डेशन जो धरातल पर समाज व मानवहित के कार्य कर रही है वह अति महत्वपूर्ण है तथा सरकार सदा फ़ाउन्डेशन के समाजोपयोगी विचार के साथ है।